१.जैत खाम तै चढ़े गा मसनिया,बाबा सबर भरिले बोरगा,अपन राहुर ले भुजंग कहते हैं कि चौंसठ जोगिनी के कुंवर गा।पांव मेढ़ासुर कानेन में कुंडल,बाबा खरग सोहै दोनों हाथ।।
२.निली निली चोलना तैं कसे वो मसनियां, मैया निली माथ के पागा वो।निली बछुरिया के पाकर धोये कि छबी है रानी मंकार वो।एक हाथ मैया जोग डंडा, मैया गर भर चंपा माला वो।
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